इंसान थे हम,
देवता बना वो पूजते रहे
बेखबर इस बात से
पत्थरों की भी उम्र होती है
टूट के बिखर जाने पर
पूजने वाले पहचानते नहीं
हर व्यक्ति के जीवन जीने का एक विशेष रूप है बस अपने अपने रूप के संग जीवन की मुस्कान और दर्द की बात करें
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