सुख के पंख होते हैं
उडा जा सकता है अंतहीन असीमित
इसी भ्रम में
दुख की परत दर परत
हम ओढते चले जाते हैं ।
हर व्यक्ति के जीवन जीने का एक विशेष रूप है बस अपने अपने रूप के संग जीवन की मुस्कान और दर्द की बात करें
सुख के पंख होते हैं
उडा जा सकता है अंतहीन असीमित
इसी भ्रम में
दुख की परत दर परत
हम ओढते चले जाते हैं ।
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2 comments:
pahachaan aur kalpana achchhi kshanikayen hain.
धन्यवाद । मैं नहीं जानती थी हाइकू किस प्रकार की रचना होती हैं आपके ब्लॉग पर पढ कर जाना और समझा
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